इंटरनेट
एक दूसरे से जुड़े संगणकों का एक विशाल विश्व - व्यापी नेटवर्क या जाल है । इसमे कई संगठनो , विश्वविद्यालयो , आदि के सरकारी और निजी संगणक
( Computer ) जुडे हुए है । इंटरनेट से जुडे हुए Computer आपस में अंतरजाल नियमावली
( Internet Protocol like http ) के जरिए सूचना का आदान - प्रदान करते है । अंतरजाल के जरिए मिलने वाली सूचना और सेवाओ मे अंतरजाल पृष्ठ
( Web Pages ) , ईमेल और बातचीत सेवा प्रमुख है । इनके साथ - साथ चलचित्र , संगीत , विडियो के इलेक्ट्रनिक स्वरुप का आदान - प्रदान भी अंतरजाल के जरिए होता है ।
संक्षिप्त इतिहास
अमरीकी सेना की सूचना और अनुसंधान संबंधी आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए 1973 में ' यू एस एडवांस रिसर्च प्रोजेक्ट एजेंसी ' ने एक कार्यक्रम की शुरुआत की । उस कार्यक्रम का उद्देश्य था कम्प्यूटरों के द्वारा विभिन्न प्रकार की तकनीकी और प्रौद्योगिकी को एक दूसरे से जोड़ा जाए और एक नेटवर्क बनाया जाए इसका उद्देश्य संचार संबंधी मूल बातों
( कम्यूनिकेशन प्रोटोकॉल ) को एक साथ एक ही समय में अनेक कम्प्यूटरों पर नेटवर्क के माध्यम से देखा और पढ़ा जा सके । इसे ' इन्टरनेटिंग प्रोजेक्ट ' नाम दिया गया जो आगे चलकर ' इंटरनेट के नाम से जाना जाने लगा ।
1986 में अमरीका की ' नेशनल सांइस फांउडेशन ' ने ' एनएसएफनेट ' का विकास किया जो आज इंटरनेट पर संचार सेवाओं की रीढ़ है । एक सैकण्ड में 45 मेगाबाइट संचार सुविधा वाली इस प्रौद्योगिकी के कारण ' एनएसएफनेट ’ बारह अरब -12 बिलियन- सूचना पैकेट्स को एक महीने में अपने नेटवर्क पर आदान प्रदान करने में सक्षम हो गया । इस प्रौद्योगिकी को और अधिक तेज गति देने के लिए ' नासा ' और उर्जा विभाग ने अनुसंधान किया और " एनएसआईनेट ' और ' ईएसनेट ' जैसी सुविधाओं को इसका आधार बनाया ।
भारत में अंतरजाल 80 के दशक मे आया , जब एर्नेट
( Educational & Research Network ) on ? सरकार , इलेक्ट्रानिक्स विभाग और संयुक्त राष्ट्र उन्नति कार्यक्रम ( UNDP ) की ओर से प्रोत्साहन मिला | सामान्य उपयोग के लिये जाल 15 अगस्त 1995 से उपलब्ध हुआ , जब विदेश सचार निगम सीमित ( VSNL ) ने गेटवे सर्विस शुरू की ।
Intranet : किसी संगठन के भीतर कंप्यूटर का एक नेटवर्क
है ।
extranet : कंप्यूटर के बीच कुछ संबंधित संगठनों के एक नेटवर्क है ।
फ़ायरवॉल (Firewall )
फ़ायरवॉल कंप्यूटर सिस्टम या नेटवर्क का एक हिस्सा है जिसका निर्माण अनाधिकृत उपयोग को रोकने और अधिकृत संप्रेषण को अनुमति देने के लिए किया जाता है । फ़ायरवॉल को हार्डवेयर या सॉफ्टवेयर , या दोनों के संयोजन में कार्यान्वित किया जा सकता है । फायरवॉल का प्रयोग अनाधिकृत इन्टरनेट उपयोगकर्ताओं को इन्टरनेट से जुड़े व्यक्तिगत नेटवर्क , मुख्यतः इंट्रानेट का प्रयोग करने से रोकने के लिए किया जाता है । सभी संदेश जो इंट्रानेट से बाहर जाते है या अन्दर प्रवेश करते है वह फ़ायरवॉल के माध्यम से जाते है । फ़ायरवॉल सभी संदेशो की जाँच करता है और जो सन्देश निर्देशित सुरक्षा मानदंडों को पूरा नहीं करते उनको रोकता है ।
DNS
डोमेन नाम प्रणाली ( DNS ) कंप्यूटर , सेवाओं , या किसी इंटरनेट या एक निजी नेटवर्क से जुड़े संसाधन के लिए एक क्रमिक नामकरण प्रणाली है । यह प्रतिभागी को दिए गये डोमेन नाम के साथ विभिन्न जानकारी एकत्रित करती है । सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह मनुष्यों के लिए अर्थपूर्ण डोमेन नामों को पूरी दुनिया में इन उपकरणों को पहचानने तथा संबोधित करने के प्रयोजन से नेटवर्किंग उपकरणों के साथ जुड़ी संख्यात्मक ( बाईनरी ) पहचान में बदल देती है । डोमेन नाम प्रणाली के बारे में अक्सर प्रयुक्त होने वाली कहावत यह है कि यह इंटरनेट के लिए " फ़ोन बुक " के रूप में मनुष्यों के अनुकूल कंप्यूटर होस्टनाम का आईपी एड्रेस के रूप में अनुवाद करती
है ।
लोकप्रिय डोमेन नाम :
.jobs = नौकरी
.org = संगठन
.gov = सरकारी एजेंसियों
.name = निजी
.in भारत
.edu = शैक्षिक
.com = वाणिज्यिक व्यापार
.mil = सैन्य
.net = नेटवर्क संगठन
.biz = व्यापारिक संगठनों
URL ( Uniform Resource Locater ) यूनिफ़ॉर्म संसाधन Locater , एक वेब पृष्ठ का पता है , या अन्य शब्दों यूआरएल में इंटरनेट पर हर फ़ाइल का पता निर्दिष्ट करता है ।
तीन भागों में URL है
( i ) फ़ाइल का उपयोग करने के लिए इस्तेमाल किया जा करने के लिए प्रोटोकॉल = { http : // }
( ii ) IP पता = { www.agristudypoint ) }
( iii ) डोमेन नाम = { .com )
ब्राउज़र ( Browser )
वर्ल्ड वाइड वेब पर सूचना प्राप्त करने मे मददगार सॉफ्टवेयर को ब्राउसर कहते है।नेटस्केप नेवीगेटर और इंटरनेट एक्सप्लोरर सर्वाधिक प्रचलित ब्राउसर है।यह एक ऐसा सॉफ्टवेयर होता है जो HTML और उससे संबंधित प्रोग्राम को पढ सकता है ।
Email
ईमेल इलॅक्ट्रॉनिक मेल का संक्षिप्त रुप है । यह संगणक ( Computer ) द्वारा अंतरजाल ( internet ) के माध्यम से पत्र भेजने का एक तरीका है । आमतौर इण्टरनेट पर कई मुफ्त ईमेल सेवायें उपलब्ध हैं ।
कुछ लोकप्रिय वेब आधारित प - पत्र सेवायें
जी - मेल , याहू - मेल , रॅडिफ़ - मेल , हॉट - मेल , ई - पत्र , सिफ़ी , इण्डियाटाइम्स , जपाक मेल , ए.ओ.ल. मेल etc.
खोज इंजन ( Search Engines )
सर्च इंजन वेब साइट पर चल रहा एक प्रकार का स्पेशल प्रोग्राम है जो उपयोगकर्ता की आवश्यक जानकारी अन्य वेब साइट से तलाश कर प्रदान करता है।उदाहरण के लिए - google , yahoo etc.
यातायात भीड़ ( Traffic Congestion )
जहां भी कई उपयोगकर्ताओं को एक ही समय इंटरनेट से कनेक्ट हो रहे हैं या इंटरनेट सेवा प्रदाता की केबलों उपयोगकर्ता की अधिकतम गति का समर्थन करने में सक्षम नहीं हैं एक घटना है ; यह वास्तव में ट्रैफिक जाम की तरह है ।
Internet
शब्दावली अटैचमेन्ट या अनुलग्नक यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके द्वारा किसी भी प्रकार की फ़ाइल मेल संदेश के साथ जोडकर इंटरनेट के माध्यम से किसी को भी भेजी या प्राप्त की जा सकती है ।
आस्की ( ASCII )
इसका अर्थ " अमेरिकन स्टैण्डर्ड कोड फ़ोर इंफ़र्मेशन इंटरचेंज " है । यह नोटपेड मे सुरक्षित किये जाने वाले टेक्स्ट का बॉयडिफ़ाल्ट फ़ार्मेट है यदि आप नोटपेड मे किसी टेक्स्ट को प्राप्त कर रहे है तो वह फ़ार्मेट ASCII है ।
ऑटो कम्प्लीट
यह सुविधा ब्राउसर के एड्रेस बार मे होती है । इसके शुरू मे कुछ डाटा टाइप करते ही URL पूर्ण हो जाता है । इसके लिये जरूरी है कि वह URL पहले प्रयोग किया गया हो ।
एंटी वाइरस प्रोग्राम
इस प्रोग्राम मे कम्प्यूटर की मेमोरी या संगणक संचिका मे छुपे हुए वाइरस को ढूंढ निकालने या सम्भव हो तो , नष्ट करने की क्षमता होती है ।
बैंडविड्थ
इसके द्वारा इंटरनेट की स्पीड नापी जाती है । बैंडविड्थ जितनी अधिक होगी , इंटरनेट की स्पीड उतनी ही ज्यादा होगी ।
बुकमार्क
ब्राउसर मे स्थित विशेष लिंक , जो किसी विशेष सेक्शन मे लिंक बनाने में मदद करता है । इंटरनेट एक्सप्लोरर मे यह फ़ेवरेट कहलाता है ।
केशे या टेम्परेरी इंटरनेट एक्सप्लोरर
सर्किंग के दौरान वेब पेज और उससे संबंधित चित्र एक अस्थायी भन्डार मे ट्रांसफ़र हो जाते है।येह तब तक नहीं हटते है , जब तक इन्हे हटाया न जाये या ये रिपलेस न हो जाये | एक ही वेबसाइट पर जाना उतना ही आसान होता , क्योंकि समान कंटेंट डाउनलोड की आवश्यकता नही होती | यदि आप अलग - अलग साइटस पर विजिट कर रहे हो तो ये फ़ाइल आपकी स्पीड कम कर देती है ।
कुकी
यह वेब सर्वर द्वारा भेजा गया डेटा होता है , जिसे ब्राउसर द्वारा सर्फर के कम्प्यूटर मे एक संचिका मे स्टोर कर लिया जाता है ।
डिमोड्यूलेशन
मोडेम से प्राप्त ऐनालॉग डेटा को डिजिटल डेटा मे बदलने की प्रक्रिया डिमोड्यूलेशन कहलाती है ।
डाउनलोड
किसी संचिका को वर्ल्ड वाइड वेब से कॉपी करने की प्रक्रिया डॉउनलोड कहलाती है ।
क्षेत्रीय नाम पंजीकरण
किसी भी कम्पनी को अपनी विशिष्ट पहचान कायम रखने के लिये अपनी कम्पनी का नाम पंजीकरण करवाना होता है।यह प्रक्रिया इंटरनेट सर्विस प्रोवाडर की देख - रेख में चलती है ।
ई - कॉमर्स
इंटरनेट पर व्यापारिक लेखा - जोखा रख्नने की प्रक्रिया और नेट पर ही खरीदी - बिक्री की प्रक्रिया ई - कॉमर्स कहलाती है ।
होम - पेज
वेब ब्राउसर से किसी साइट को ओपन करते ही जो पृष्ट सामने खुलता है वह उसका होम पेज कहलाता है ।
FAQ ( frequently asked question )
वेबसाइट पर किसी खास विषय से जुडे प्रश्न वेब साइट पर faq के माध्यम से प्रश्न भी भेजे जा सकते है ।
डायल - अप कनेक्शन
एक कम्प्यूटर से मोडेम द्वारा इंटरनेट से जुडे किसी अन्य कम्प्यूटर से स्टेण्डर्ड फोन लाइन पर कनेक्शन को डायल अप कनेक्शन कहते है ।
डायल - अप नेटवर्किंग
किसी पर्सनल कम्प्यूटर को किसी अन्य पर्सनल कम्प्यूटर पर , LAN और इंटरनेट से जोड़ने वाले प्रोग्राम को डायल अप नेटवर्किंग कहते है ।
डायरेक्ट कनेक्शन
किसी कम्प्यूटर या LAN और इंटरनेट के बीच स्थायी सम्पर्क को डायरेक्ट कनेक्शन कहा जाता है । यदि फोन कनेक्शन कम्पनी से टेलीफोन कनेक्शन लीज पर लिया जाता , तो उसे लीज्ड लाइन कनेक्शन कहते है ।
संचिका
HTML ( हाइपर टेक्स्ट मार्कअप लेंग्वेज ) वर्ल्ड वाइड वेब पर डाक्यूमेंट के लिये प्रयोग होने वाली मानक मार्कअप भाषा | HTML भाषा टैग का उपयोग करता
है ।
HTTP ( हाइपर टेक्स्ट ट्रांसफर प्रोटोकाल )
वर्ल्ड वाइड वेब पर सर्वर से किसी यूजर तक दस्तावेजो को ट्रांसफर करने वाला कम्यूनिकेशन प्रोटोकाल HTTP कहलाता है ।
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