वानस्पतिक नामः ओराइजा सटाइवा
( Oryza sativa )
👉 धान एक स्व - परागित ( Self - pollinated ) फसल है ।
👉चावल ' भारत की एक मुख्य खाद्य फसल है ।
👉धान का दाना कैरियोप्सिस ( Caryopsis ) प्रकार का है ।
👉विश्व में क्षेत्रफल तथा उत्पादन की दृष्टि से गेहूँ के बाद धान का द्वितीय स्थान है ।
👉विश्व में क्षेत्रफल की दृष्टि से एशिया महाद्वीप
( Asia continent ) का धान में प्रथम स्थान है ।
👉डी ० कैन्डोल ( 1886 ) के मतानुसार धान का उत्पत्ति स्थान दक्षिण भारत माना जाता है ।
👉वेविलोव ( 1926 ) के मतानुसार धान का उद्भव स्थान भारत तथा वर्मा हैं
👉धान के उत्पादन की दृष्टि से भारत में पश्चिम बंगाल राज्य सबसे अग्रणी है
👉धान की उत्पादकता की दृष्टि से भारत में पंजाब राज्य अग्रणी है ।
👉धान को कश्मीरी भाषा में शाली ( Shali ) कहा जाता
👉धान की फसल में ' एजोला ' ( Azolla ) प्रयोग करने की विधियाँ हैं :
( i ) प्रथम , धान की रोपाई से पूर्व एजोला को खेत में हरी खाद के रूप में भूमि में मिलाना ।
( ii ) द्वितीय , दोनों की फसलें ( Dual cropping एक साथ अर्थात् धान की खड़ी फसल में एजोला उगाना ।
👉धान की रोपाई के 10-15 दिन पहले भूमि में 10 टन एजोला / हेक्टेयर की दर से प्रयोग करना लाभदायक पाया गया है ।
👉 रोपित धान की खड़ी फसल में लगभग एक सप्ताह बाद 2-3 टन एजोला / हेक्टेयर की दर से प्रयोग करना चाहिए ।
👉 सर्वप्रथम एजोला पानी भरी जगह में नर्सरी में तैयार करते हैं । इसकी अच्छी उपज के लिए नर्सरी में सड़ी हुयी गोबर की खाद , सुपर फॉस्फेट तथा फ्यूराडान मिलाते हैं ।
👉 5-15 टन ताजा एजोला प्रति हेक्टेयर की दर से प्रयोग करने से धान की उपज में 13-33 % तक की वृद्धि की जा सकती है ।
👉 फॉस्फोरस घोलक जीवाणु ( Phosphate Solubilizing Bacteria ) के प्रयोग से ( बिना ) फॉस्फोरस के ) धान में 10-20 % , गेहूँ में 7-42 % , आलू में 30-50 % तथा चने में 10-30 % की वृद्धि देखी गई है ।
👉 धान के जिन खेतों में खड़ा पानी भरा रहता है वहाँ नील - हरित शैवाल का उपयोग अच्छा रहता है ।
👉 उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में धान की सर्वाधिक क्षेत्रफल में खेती की जाती है ।
👉जलमग्न क्षेत्रों में धान के बीज को कैल्शियम परऑक्साइड रसायन से उपचारित करके बोना चाहिए । ऐसा करने से अंकुरण के समय बीजों को ऑक्सीजन मिलती रहती है ।
👉 धान की कुटाई करने पर चावल व छिल्के का अनुपात 2 : 1 मिलता है ।
👉 बेधक बीटिल ( Borer beetle ) व चावल के मॉथ Rice moth ) धान के मुख्य भण्डारण कीट हैं ।
👉 चावल ( Milled rice ) में 6-7 % प्रोटीन पायी जाती है । ठंडे मौसम में धान की फसल में कल्लों
( Tillers ) की वृद्धि धीमी हो जाती है जबकि सूखे मौसम में कल्ले अधिक निकलते हैं ।
👉 ' खैरा रोग ' का प्रकोप विशेषतया तराई क्षेत्रों में अधिक दिखाई पड़ता है क्योंकि इस भूमि में जस्ता की कमी पायी जाती है ।
👉 ऊँची भूमियों ( Uplands ) के धान की फसल में 2-5 % यूरिया के घोल का प्रयोग करना लाभदायक पाया गया है ।
👉 ऊसर ( क्षारीय ) भूमि में 40-50 दिन की पौध की रोपाई करना चाहिए ।
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