बैक्ट्रियन ऊँट के दो कूबड़ होते हैं।
अरबी ऊँट पश्चिमी एशिया के सूखे रेगिस्तान क्षेत्रों के जबकि बैक्ट्रियन ऊँट मध्य एवं पूर्व एशिया के मूल निवासी हैं। यह तपते रेत में 21 दिन तक बिना पानी पिये चल सकता है। ऐसा माना जाता है कि ऊंट अपने कूबड़ में पानी जमा करके रखते हैं, जबकि ऐसा नहीं है। उसके कूबड़ में वसा जमा होती है। जो धीरे-धीरे जरूरत पड़ने पर पानी या ऊर्जा में बदलती रहती है। इसलिए वह छह महीने तक बिना पानी पिए जीवित रह सकता है। वैसे ऊंट एक बार में 113 लीटर पानी केवल 13 मिनट में पी सकता है।
ऊँट का गर्भकाल लगभग 400 - 410 दिन का होता है। ऊँट अभी भी दूध, मांस और बोझा ढोने के लिए पीले जाते हैं।
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